tag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post5794880523703376735..comments2024-03-23T15:42:05.574+05:30Comments on अमित शर्मा: यज्ञ हो तो हिंसा कैसे ।। वेद विशेष ।।Amit Sharmahttp://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-9323698508971089442012-03-05T16:31:02.517+05:302012-03-05T16:31:02.517+05:30JAMAL ANWAR, KO UTTAR,
संवत्सरं गव्येन प्रीतिः, भू...JAMAL ANWAR, KO UTTAR,<br />संवत्सरं गव्येन प्रीतिः, भूयांसमतो माहिषेण,( saMvatsara me JO praniyonko PRITI DETA HAI VAH SHATAU HOTA HAI, VAH MANUSHY BHU (MATI) ME MIL JATA HAI JO jangli praniyo ka mans khate hai. <br />संवत्सरं saMvatsara m. year of the vikrama era the first ina cycle of five or six years edit (माहिष mAhiSa m. of a people<br /> http://spokensanskrit.de/index.php?tinput=mAhiSa&script=&direction=SE&link=yes<br />एतेन ग्राम्यारण्यानां पशूनां मांसं मेध्यंPCUS P व्याख्यातम्. (PRECIOUS & VALUABLE MEDHYA) <br />खड्गोपस्तरणे खड्गमांसेनानन्त्यं कालम्. (jiski talwar ne anantkal se kisi ki hatya na ki ho tatha)<br />तथा शतबलेर्मत्स्यस्य मांसेन वाध्रीणसस्य च.*(TATHA jo SHATBALIyoka raja hai , vah MANUSHYA jise koi bhi vyadhi na ho vah bhi mans khane se jaldi mar jata hai. र्मत्स्यस्य – mar )marna )<br />-आ. धर्मसूत्र 2,7,16,25 व 2,7,17,3 <br />श्राद्ध ye shabd kaha se laya hai? में गोमांस (gavyen gavyen means give DENA) खिलाने से पितर ye kay ye shabd kaha se laya hai? एक वर्ष के लिए संतुष्ट हो जाते हैं। भैंस y mahisha means... of a people <br />का मांस खिलाने से वे उस से भी ज़्यादा समय के लिए संतुष्ट होते हैं। यही नियम खरगोश ye shabd kaha se laya ? आदि जंगली पशुओं और बकरी ye ye shabd kaha se laya ?आदि ग्रामीण पशुओं के मांस के विषय में है। यदि गैंडे ye shabd kaha se laya hai? <br />खड्ग khaDga <br />m. sword<br />के चर्म पर ब्राह्मणों को बैठा कर गैंडे का ही मांस खिलाया जाए तो पितर अनंत काल के लिए संतुष्ट हो जाते हैं। यही बात ‘शतबलि‘ नामक मछली ye shabd kaha se laya hai? matsya means KING .. SHATBALIOKA RAJA BHI MANS KHANE SE vadhiyukt ho jata hai tatha mati me mil jata hai..के मांस के विषय में है।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-67485863929609712092012-03-04T17:22:21.005+05:302012-03-04T17:22:21.005+05:30एकदम बढ़िया उत्तर दिया पाखंडी योको ये अनवर कहासे आ...एकदम बढ़िया उत्तर दिया पाखंडी योको ये अनवर कहासे आया और वेदों में हिंसा ढूंढ़ रहा है जैसे किसीने कहा की अनवर तेरा कान कौवे ने तोड़ के ले गया तो अनवर प्यारु कान को नहीं पहले कौवे को देखेगा बेवकूफ कहिका पहले आपना इस्लाम देख बोलना कितनी हिंसा भरी पड़ी है चला वेदों में हिंसा ढूंढने अरे तू क्या ढूंढेगा महाप्रलय आएगा तो क्या यही वहम साथ लेकर जायेगा चल हो सकता है तेरा भी उध्हार हो जायेगा जैसे वाल्मिक ऋषि का हुआ था उसने मरा मरा कहते कहते ही राम राम कहा और ऋषि बन गया शायद तू और तेरे दोस्त का क्या नाम है उसका पता नहीं वो भी ऐसे गलत अर्थ निकलते रहो शायद तुम्हारा भी उद्धार हो जाये पर ये कभी मत संजना की हिन्दू धर्म को हम झुका पाएंगे हिन्दू न झुका है न झुकेगा वक्त आने पर कही और शिवाजी पैदा हो जायेगा......धर्म रक्षा के लिए.........Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-9502341634063130832012-03-04T17:21:26.968+05:302012-03-04T17:21:26.968+05:30AB SOCHEGA KI SHIVAJI TO HINSA KAREGA ISLIYE PAHLE...AB SOCHEGA KI SHIVAJI TO HINSA KAREGA ISLIYE PAHLE VEDO KA ADHYAYAN KAR LEANWAR FIR YAHA HINDUO KI MAHFIL AA JA....Q KI DHARM KI STHAPNA HETU KI GAI HINSA HINSA NAHI HOTI....Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-74860635842256522822012-03-04T17:19:55.208+05:302012-03-04T17:19:55.208+05:30एकदम बढ़िया उत्तर दिया पाखंडी योको ये अनवर कहासे आ...एकदम बढ़िया उत्तर दिया पाखंडी योको ये अनवर कहासे आया और वेदों में हिंसा ढूंढ़ रहा है जैसे किसीने कहा की अनवर तेरा कान कौवे ने तोड़ के ले गया तो अनवर प्यारु कान को नहीं पहले कौवे को देखेगा बेवकूफ कहिका पहले आपना इस्लाम देख बोलना कितनी हिंसा भरी पड़ी है चला वेदों में हिंसा ढूंढने अरे तू क्या ढूंढेगा महाप्रलय आएगा तो क्या यही वहम साथ लेकर जायेगा चल हो सकता है तेरा भी उध्हार हो जायेगा जैसे वाल्मिक ऋषि का हुआ था उसने मरा मरा कहते कहते ही राम राम कहा और ऋषि बन गया शायद तू और तेरे दोस्त का क्या नाम है उसका पता नहीं वो भी ऐसे गलत अर्थ निकलते रहो शायद तुम्हारा भी उद्धार हो जाये पर ये कभी मत संजना की हिन्दू धर्म को हम झुका पाएंगे हिन्दू न झुका है न झुकेगा वक्त आने पर कही और शिवाजी पैदा हो जायेगा......धर्म रक्षा के लिए.........Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-14819528171365732302012-01-01T20:43:47.342+05:302012-01-01T20:43:47.342+05:30बहुत सुंदर ज्ञानवर्धक पोस्ट
नया साल सुखद एवं मंग...बहुत सुंदर ज्ञानवर्धक पोस्ट <br />नया साल सुखद एवं मंगलमय हो,..<br />आपके जीवन को प्रेम एवं विश्वास से महकाता रहे,<br /><br />मेरी नई पोस्ट <a href="http://dheerendra11.blogspot.com/2011/12/friends18.html#links" rel="nofollow">--"नये साल की खुशी मनाएं"--</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-61722521997885922692012-01-01T10:11:07.097+05:302012-01-01T10:11:07.097+05:30aapka aalekh anmol hai,aise aalekh likhte rahen au...aapka aalekh anmol hai,aise aalekh likhte rahen aur hamara gyanwardhan karte rahen.<br />kuch pardharm shatruon ke blog pe aapki tippani padhi,aapse agrah hai ki in bhed ki khaal me chupe hue bhediyon ke blog pe tippani karni bilkul chhor dijiye,kisi nirjan wan me kisi shivalay me siyar shivling par mootrpurishotsarjan kar dete hain kintu shiv apni chirparichit yogsamadhi me talleen rahte hain aur us durbuddhi siyar par koi pratikriya nahi karte hain.waise hi aap bhi na karen.<br />Bas aagrah hai.विभावरी रंजनhttps://www.blogger.com/profile/17929447279673536929noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-53969422120442329662011-12-23T09:17:39.852+05:302011-12-23T09:17:39.852+05:30बहुत ज्ञानवर्धक है आपका आलेख.बहुत ज्ञानवर्धक है आपका आलेख.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-82653437627148242512011-12-20T19:20:27.879+05:302011-12-20T19:20:27.879+05:30ज्ञानवर्धक प्रस्तुति।
आपकी व्याख्या से सहमत।ज्ञानवर्धक प्रस्तुति।<br />आपकी व्याख्या से सहमत।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-26421043423395982072011-12-18T13:30:56.286+05:302011-12-18T13:30:56.286+05:30बहुत अच्छी जानकारी दी है अमित जी आपने !
कुछ नीच लो...बहुत अच्छी जानकारी दी है अमित जी आपने !<br />कुछ नीच लोग वेड-भगवान् को बदनाम करने के लिए मरे मरे फिरते है लिकिन आप जेसो के रहते सफल नहीं हो सकते हैAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/03376857449008195684noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-36800149484299963302011-12-18T11:31:28.116+05:302011-12-18T11:31:28.116+05:30अगर पशुओं को निर्ममतापूर्वक काटे जाते हुए देख लें ...अगर पशुओं को निर्ममतापूर्वक काटे जाते हुए देख लें तो शायद ज्यादातर मांसाहारी जो की परंपरा सेमांसाहारी नहीं है मांसाहार करना छोड़ दें.<br />सोलह आने सच बात है |Rajputhttps://www.blogger.com/profile/08136572133212539916noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-67560454976780766802011-12-16T19:49:25.516+05:302011-12-16T19:49:25.516+05:30रोचक लेख....!
मांसाहारियों के लिए और शाकाहारियों ...रोचक लेख....!<br /><br />मांसाहारियों के लिए और शाकाहारियों के लिए भी...!!***Punam***https://www.blogger.com/profile/01924785129940767667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-11002400821625312342011-12-11T15:47:20.286+05:302011-12-11T15:47:20.286+05:30अत्यंत ज्ञानवर्धक आलेख|स्वयं ज्ञानार्जन एवं तदुपरा...अत्यंत ज्ञानवर्धक आलेख|स्वयं ज्ञानार्जन एवं तदुपरांत उसके सत्प्रचार का आपका यह प्रयास श्लाघनीय है|साधुवाद एवं शुभकामनायें|<br />-अरुण मिश्र.ARUN MISHRAhttps://www.blogger.com/profile/08311692074642363964noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-1043050321693692422011-12-11T01:07:17.224+05:302011-12-11T01:07:17.224+05:30यज्ञ हो तो हिंसा कैसे? यह पांच श्ब्द भी नहीं समझन...यज्ञ हो तो हिंसा कैसे? यह पांच श्ब्द भी नहीं समझना चाहते मूढ़मति!!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/04417160102685951067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-70770860242969904232011-12-10T19:46:26.015+05:302011-12-10T19:46:26.015+05:30भाई जी ,
आपके लेख का इन्तजार रहता है इस विषय पर .....भाई जी ,<br />आपके लेख का इन्तजार रहता है इस विषय पर .....<br />आपके पहले लेख से प्रेरित हो कर मैंने भी बहुत सी जानकारी जमा की वेदों पर और सच में बहुत कुछ जानने समझने का मौका मिला और अब दुष्प्रचार को आसानी पहचान पाता हूँ |एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-69899711684141221112011-12-10T19:45:30.114+05:302011-12-10T19:45:30.114+05:30भाई जी ,
आपके लेख का इन्तजार रहता है इस विषय पर......भाई जी ,<br />आपके लेख का इन्तजार रहता है इस विषय पर....<br />आपके पहले लेख से प्रेरित हो कर मैंने भी बहुत सी जानकारी जमा की वेदों पर और सच में बहुत कुछ जानने समझने का मौका मिला और अब दुष्प्रचार को आसानी पहचान पाता हूँ |एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-30303718698985720842011-12-08T15:54:36.399+05:302011-12-08T15:54:36.399+05:30अमित जी आपका लेख पढ़ा ,वेदों की व्याख्या के लिए शुक...अमित जी आपका लेख पढ़ा ,वेदों की व्याख्या के लिए शुक्रिया <br />मेंने वेदों का कभी अध्ययन नहीं किया तो इस विषय मे <br />ज्यदा नहीं कह सकती, मैं भी शुद्ध शाकाहारी हूँ पर मुझे ऐसा लगता है खानपान बहुत कुछ उपलब्धता पर भी निर्भर करता है ,जहाँ केवल समुद्र है वहाँ मछली या समुद्री जीव आसानी से मिलते है तो वाही खाए जायेगे ,इसके अलावा प्रकृति का संतुलन भी इसी मैं है ,यदि शाकाहार उपलब्ध है तो फिर जरूर शाकाहारी होना चाहिए <br />,Mamta Bajpaihttps://www.blogger.com/profile/00085992274136542865noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-89471355853861866662011-12-07T16:09:26.201+05:302011-12-07T16:09:26.201+05:30satyam sivam sundaram....
jai baba banaras....satyam sivam sundaram....<br /><br /><br />jai baba banaras....Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07499570337873604719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-61430711734172170162011-12-06T12:35:09.167+05:302011-12-06T12:35:09.167+05:30आभार |आभार |Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-59456353966414058992011-12-04T17:42:33.250+05:302011-12-04T17:42:33.250+05:30कुछ साल पहले बच्चे के स्कूल में वार्षिकोत्सव था, ज...कुछ साल पहले बच्चे के स्कूल में वार्षिकोत्सव था, जिसमें एक लघु नाटिका दिखाई गई थी - सुबह के समय एक बाग के पास से कुछ लोग निकल रहे थे तो एक पक्षी के कुछ बोलने की आवाज आई। सुनने वालों ने अपने विचार, संस्कार, स्वभाव के हिसाब से पक्षी की बोली का विश्लेषन किया। वही आवाज अलग अलग लोगों को ’नून, तेल, अदरक’ ’खा, पी, कर कसरत’ और ’या ईलाही तेरी कुदरत’ लगी। <br />क्या कहा गया है और उसके पीछे कहने का क्या मंतव्य है, समझने वाले की मानसिकता पर ज्यादा निर्भर करता है।<br />फ़िर से पढ़कर भी अच्छा लगा।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-3253481327649285452011-12-04T09:38:24.403+05:302011-12-04T09:38:24.403+05:30आंखें खोलने वाला आलेख, आभार!आंखें खोलने वाला आलेख, आभार!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-14033895065142814802011-12-03T08:03:46.220+05:302011-12-03T08:03:46.220+05:30ज्ञानवर्धक प्रस्तुति
Gyan Darpan
Matrimonial Sit...ज्ञानवर्धक प्रस्तुति <br /><br /><a href="http://www.gyandarpan.com/2009/11/about.html" rel="nofollow">Gyan Darpan</a><br /><a href="http://rajputmatrimonial.in" rel="nofollow">Matrimonial Site</a>Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-72899704635784871292011-12-01T23:28:56.496+05:302011-12-01T23:28:56.496+05:30हमने भी आज हरि गंगा के किनारे बैठने का आनंद लिया ह...हमने भी आज हरि गंगा के किनारे बैठने का आनंद लिया है अमित भाई ! <br />शुभकामनायें आपको !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-54920007102960519382011-12-01T21:33:13.398+05:302011-12-01T21:33:13.398+05:30आपकी सुन्दर विस्तृत जानकारीपूर्ण प्रस्तुति के लिए ...आपकी सुन्दर विस्तृत जानकारीपूर्ण प्रस्तुति के लिए हृदय से आभार.<br /><br />मेरे ब्लॉग पर भी आईयेगा,अमित जी .Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-7702546321361158572011-12-01T17:56:50.857+05:302011-12-01T17:56:50.857+05:30अमित जी,
वेदों पर हिंसा का आरोपण करके, ये लोग वेद...अमित जी,<br /><br />वेदों पर हिंसा का आरोपण करके, ये लोग वेदों को अहिंसा के सर्वोच्छ सिद्धांत शिखर से उतारने को तत्पर बने है। आपका प्रयास वंदनीय है। ऐसे ही भ्रमखण्डन से शुद्ध-वेदों की रक्षा होगी। और हमारी संस्कृति अपना विशिष्ठ स्थान कायम रख पाएगी।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.com