tag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post5588980152841021902..comments2024-03-23T15:42:05.574+05:30Comments on अमित शर्मा: जयपुर दर्शन --------- 2Amit Sharmahttp://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-87630201096929616002011-01-29T13:20:58.497+05:302011-01-29T13:20:58.497+05:30Amitji
I really appreciate your efforts for presen...Amitji<br />I really appreciate your efforts for presenting jaipur darshan in this great way.<br />Great Job Done.<br />Thank YouHemant Kaushiknoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-28502422046264928202011-01-27T05:21:22.197+05:302011-01-27T05:21:22.197+05:30चित्र और सामग्री दोनों ही एक से बढ़कर एक.चित्र और सामग्री दोनों ही एक से बढ़कर एक.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-80455501256095475962011-01-24T17:06:26.886+05:302011-01-24T17:06:26.886+05:30जनाब जाकिर अली साहब की पोस्ट "ज्योतिषियों क...जनाब जाकिर अली साहब की पोस्ट "ज्योतिषियों के नीचे से खिसकी जमीन : ढ़ाई हजा़र साल से बेवकूफ बन रही जनता?" पर निम्न टिप्पणी की थी जिसे उन्होने हटा दिया है. हालांकि टिप्पणी रखने ना रखने का अधिकार ब्लाग स्वामी का है. परंतु मेरी टिप्पणी में सिर्फ़ उनके द्वारा फ़ैलाई जा रही भ्रामक और एक तरफ़ा मनघडंत बातों का सीधा जवाब दिया गया था. जिसे वो बर्दाश्त नही कर पाये क्योंकि उनके पास कोई जवाब नही है. अत: मजबूर होकर मुझे उक्त पोस्ट पर की गई टिप्पणी को आप समस्त सुधि और न्यायिक ब्लागर्स के ब्लाग पर अंकित करने को मजबूर किया है. जिससे आप सभी इस बात से वाकिफ़ हों कि जनाब जाकिर साहब जानबूझकर ज्योतिष शाश्त्र को बदनाम करने पर तुले हैं. आपसे विनम्र निवेदन है कि आप लोग इन्हें बताये कि अनर्गल प्रलाप ना करें और अगर उनका पक्ष सही है तो उस पर बहस करें ना कि इस तरह टिप्पणी हटाये. <br /><br /><a rel="nofollow"><b>@ज़ाकिर अली ‘रजनीश’ ने कहा "और जहां तक ज्योतिष पढ़ने की बात है, मैं उनकी बातें पढ़ लेता हूँ,"</b><br /><br />जनाब, आप निहायत ही बचकानी बात करते हैं. हम आपको विद्वान समझता रहा हूं पर आप कुतर्क का सहारा ले रहे हैं. आप जैसे लोगों ने ही ज्योतिष को बदनाम करके सस्ती लोकप्रियता बटोरने का काम किया है. आप समझते हैं कि सिर्फ़ किसी की लिखी बात पढकर ही आप विद्वान ज्योतिष को समझ जाते हैं?<br /><br />जनाब, ज्योतिष इतनी सस्ती या गई गुजरी विधा नही है कि आप जैसे लोगों को एक बार पढकर ही समझ आजाये. यह वेद की आत्मा है. मेहरवानी करके सस्ती लोकप्रियता के लिये ऐसी पोस्टे लगा कर जगह जगह लिंक छोडते मत फ़िरा किजिये.<br /><br />आप जिस दिन ज्योतिष का क ख ग भी समझ जायेंगे ना, तब प्रणाम करते फ़िरेंगे ज्योतिष को.<br /><br />आप अपने आपको विज्ञानी होने का भरम मत पालिये, विज्ञान भी इतना सस्ता नही है कि आप जैसे दस पांच सिरफ़िरे इकठ्ठे होकर साईंस बिलाग के नाम से बिलाग बनाकर अपने आपको वैज्ञानिक कहलवाने लग जायें?<br /><br />वैज्ञानिक बनने मे सारा जीवन शोध करने मे निकल जाता है. आप लोग कहीं से अखबारों का लिखा छापकर अपने आपको वैज्ञानिक कहलवाने का भरम पाले हुये हो. जरा कोई बात लिखने से पहले तौल लिया किजिये और अपने अब तक के किये पर शर्म पालिये.<br /><br />हम समझता हूं कि आप भविष्य में इस बात का ध्यान रखेंगे.<br /><br />सदभावना पूर्वक<br />-राधे राधे सटक बिहारी</a>Radhe Radhe Satak Biharihttps://www.blogger.com/profile/15040698552720503490noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-43249938066250280492011-01-24T17:06:11.017+05:302011-01-24T17:06:11.017+05:30जनाब जाकिर अली साहब की पोस्ट "ज्योतिषियों क...जनाब जाकिर अली साहब की पोस्ट "ज्योतिषियों के नीचे से खिसकी जमीन : ढ़ाई हजा़र साल से बेवकूफ बन रही जनता?" पर निम्न टिप्पणी की थी जिसे उन्होने हटा दिया है. हालांकि टिप्पणी रखने ना रखने का अधिकार ब्लाग स्वामी का है. परंतु मेरी टिप्पणी में सिर्फ़ उनके द्वारा फ़ैलाई जा रही भ्रामक और एक तरफ़ा मनघडंत बातों का सीधा जवाब दिया गया था. जिसे वो बर्दाश्त नही कर पाये क्योंकि उनके पास कोई जवाब नही है. अत: मजबूर होकर मुझे उक्त पोस्ट पर की गई टिप्पणी को आप समस्त सुधि और न्यायिक ब्लागर्स के ब्लाग पर अंकित करने को मजबूर किया है. जिससे आप सभी इस बात से वाकिफ़ हों कि जनाब जाकिर साहब जानबूझकर ज्योतिष शाश्त्र को बदनाम करने पर तुले हैं. आपसे विनम्र निवेदन है कि आप लोग इन्हें बताये कि अनर्गल प्रलाप ना करें और अगर उनका पक्ष सही है तो उस पर बहस करें ना कि इस तरह टिप्पणी हटाये. <br /><br /><a rel="nofollow"><b>@ज़ाकिर अली ‘रजनीश’ ने कहा "और जहां तक ज्योतिष पढ़ने की बात है, मैं उनकी बातें पढ़ लेता हूँ,"</b><br /><br />जनाब, आप निहायत ही बचकानी बात करते हैं. हम आपको विद्वान समझता रहा हूं पर आप कुतर्क का सहारा ले रहे हैं. आप जैसे लोगों ने ही ज्योतिष को बदनाम करके सस्ती लोकप्रियता बटोरने का काम किया है. आप समझते हैं कि सिर्फ़ किसी की लिखी बात पढकर ही आप विद्वान ज्योतिष को समझ जाते हैं?<br /><br />जनाब, ज्योतिष इतनी सस्ती या गई गुजरी विधा नही है कि आप जैसे लोगों को एक बार पढकर ही समझ आजाये. यह वेद की आत्मा है. मेहरवानी करके सस्ती लोकप्रियता के लिये ऐसी पोस्टे लगा कर जगह जगह लिंक छोडते मत फ़िरा किजिये.<br /><br />आप जिस दिन ज्योतिष का क ख ग भी समझ जायेंगे ना, तब प्रणाम करते फ़िरेंगे ज्योतिष को.<br /><br />आप अपने आपको विज्ञानी होने का भरम मत पालिये, विज्ञान भी इतना सस्ता नही है कि आप जैसे दस पांच सिरफ़िरे इकठ्ठे होकर साईंस बिलाग के नाम से बिलाग बनाकर अपने आपको वैज्ञानिक कहलवाने लग जायें?<br /><br />वैज्ञानिक बनने मे सारा जीवन शोध करने मे निकल जाता है. आप लोग कहीं से अखबारों का लिखा छापकर अपने आपको वैज्ञानिक कहलवाने का भरम पाले हुये हो. जरा कोई बात लिखने से पहले तौल लिया किजिये और अपने अब तक के किये पर शर्म पालिये.<br /><br />हम समझता हूं कि आप भविष्य में इस बात का ध्यान रखेंगे.<br /><br />सदभावना पूर्वक<br />-राधे राधे सटक बिहारी</a>Radhe Radhe Satak Biharihttps://www.blogger.com/profile/15040698552720503490noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-1315256230376784702011-01-22T23:53:13.961+05:302011-01-22T23:53:13.961+05:30सुविज्ञ बंधुवर,
'निरामिष' ब्लॉग के लेखक स...सुविज्ञ बंधुवर,<br /><br />'निरामिष' ब्लॉग के लेखक समुदाय में जुडने के लिये मैंने निमंत्रण मेल किया है। कृपया स्वीकार करें।<br /><br />इस ब्लॉग पर मात्र शाकाहार, निरामिष भोजन और सात्विक आहार पर लिखा जायेगा। निरामिष समुदाय में जुडकर कृतार्थ करें<br />http://niraamish.blogspot.com/<br /><br />आभार सहित,<br />हंसराज 'सुज्ञ'Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/04417160102685951067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-80911866237608257442011-01-21T12:02:30.066+05:302011-01-21T12:02:30.066+05:30राजस्थान की शैर कराने के लिए अमित जी को बहुत - बहु...राजस्थान की शैर कराने के लिए अमित जी को बहुत - बहुत धन्यवाद <br />बहुत अच्छा लगालाल कलमhttps://www.blogger.com/profile/10463937302054552696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-21842120576144276552011-01-18T18:58:11.373+05:302011-01-18T18:58:11.373+05:30जयपुर के बारे में रोचक विवरण
शानदार पोस्ट
सभी चित्...जयपुर के बारे में रोचक विवरण<br />शानदार पोस्ट<br />सभी चित्र बहुत सुंदर <br />आपको धन्यबादCreative Manchhttps://www.blogger.com/profile/06744589000725201971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-29804347237338854062011-01-13T21:37:03.489+05:302011-01-13T21:37:03.489+05:30जयपुर के संदर्भ में आप की प्रस्तुति सराहनीय है ।जयपुर के संदर्भ में आप की प्रस्तुति सराहनीय है ।Dr.Uma Shankar Chaturvedihttps://www.blogger.com/profile/14992078946409054642noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-55664778208038550092011-01-08T17:50:48.355+05:302011-01-08T17:50:48.355+05:30अमित जी मै वैसे तो जयपुर जाता रहता हु , और इसमे से...अमित जी मै वैसे तो जयपुर जाता रहता हु , और इसमे से काफी कुछ देखा भी हु पर इतना बारीक़ से नहीं जान पाया था आपने ये सब बताकर मुझे दुबारा से देखने को मजबूर कर दिया है <br /><br />इन तमाम जानकारियों के लिए आपको धन्यबाद <br /><br /><br />मेरे ब्लॉग पे भी पधारने की कृपा करियेगा <br />http://anubhutiras.blogspot.com/अजय कुमार दूबेhttps://www.blogger.com/profile/14279076042479885625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-76419967938368220872011-01-06T13:45:17.250+05:302011-01-06T13:45:17.250+05:30.... और अब इस शानदार पोस्ट के लिए बहुत बहुत धन्यवा....... और अब इस शानदार पोस्ट के लिए बहुत बहुत धन्यवाद .....<br />अगली पोस्ट का बेसब्री से इन्तजार रहेगा ...एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-47342302288359922112011-01-06T13:42:21.469+05:302011-01-06T13:42:21.469+05:30अमित भाई,
सबसे पहले तो आपको और आपके पूरे परिवार को...<b> अमित भाई,<br />सबसे पहले तो आपको और आपके पूरे परिवार को इस राजस्थानी भाई गौरव की ओर से नववर्ष की ढेर सारी शुभकामनाएं </b>एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-72711767312466633552011-01-01T10:41:12.374+05:302011-01-01T10:41:12.374+05:30चोखी सैर करवा रहया हो थ्हे जयपुर की।
राम रामचोखी सैर करवा रहया हो थ्हे जयपुर की।<br /><br />राम रामब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-84564245876246616562011-01-01T10:26:41.972+05:302011-01-01T10:26:41.972+05:30आपको,नववर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनाएं !!बंधु
आपके...आपको,नववर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनाएं !!बंधु<br />आपके अभिष्ट कार्य और शुभ संकल्प पारिपूर्ण हो!!सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-49025439530334995482011-01-01T01:04:38.086+05:302011-01-01T01:04:38.086+05:30अमित-एक नक्शा भी देते कि किधर से प्रारम्भ कर कहां ...अमित-एक नक्शा भी देते कि किधर से प्रारम्भ कर कहां अन्त करें. कैसे कैसे जायें.. मतलब कि पूरा टूर प्लान तो और भी अच्छा रहता..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-73983700900724669472010-12-31T20:43:05.239+05:302010-12-31T20:43:05.239+05:30बहुत बढ़िया लेख. अच्छा लगा.बहुत बढ़िया लेख. अच्छा लगा.VICHAAR SHOONYAhttps://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-74422647335461294762010-12-31T20:37:18.714+05:302010-12-31T20:37:18.714+05:30अमित जी ....जयपुर के बारे में इतनी बातें जानकर अच्...अमित जी ....जयपुर के बारे में इतनी बातें जानकर अच्छा लगा। <br />इसके लिए आपको दिल से आभार............<br /><br />आपको नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए अपार हर्ष का अनुभव हो रहा है। आपकी सभी मंगलकामनाएँ पूरी हों।वीरेंद्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/17461991763603646384noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-84360699623867272242010-12-31T16:24:45.604+05:302010-12-31T16:24:45.604+05:30आज का भ्रमण तो शानदार हुआ,
तस्वीरें सभी जानदार है।...आज का भ्रमण तो शानदार हुआ,<br />तस्वीरें सभी जानदार है।<br />आभार!!सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-2031265304743707932010-12-31T15:58:11.565+05:302010-12-31T15:58:11.565+05:30बहुत सुंदर जी सभी चित्र ओर विवरण बहुत रोचक लगा, ले...बहुत सुंदर जी सभी चित्र ओर विवरण बहुत रोचक लगा, लेकिन ऎसे नही जब हम आयेगे तो आप को हमारे लिये समय निकालना पडेगा, यह सब दिखाने के लिये:) धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-11722328613215384282010-12-31T10:37:07.915+05:302010-12-31T10:37:07.915+05:30पहली बार जयपुर शहर को ध्यान से समझा है, जयपुर शहर ...<b><br />पहली बार जयपुर शहर को ध्यान से समझा है, जयपुर शहर का नाम जयसिंह के रहस्यमय खजानों के लिए भी मशहूर है अगली बार उन गुप्त राजप्रसाद के रास्तों और विधियों की भी चर्चा करें तो बहुत रोचक रहेगा !<br />चित्र नहीं खुल पा रहे ....<br />नववर्ष मंगलमय हो अमित !</b>Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-89451853960211894772010-12-31T09:25:41.551+05:302010-12-31T09:25:41.551+05:30.
जयपुर के महलों में पहले
इधर-उधर घुमाया.
बिन प....<br /><br />जयपुर के महलों में पहले <br />इधर-उधर घुमाया. <br />बिन पाँवों से सैर कराकर <br />मित्र धर्म निभाया. <br />लेकिन मन को चोरी से तुम <br />साथ ले गये अपने. <br />अब केवल है 'अ'मन यहाँ पर <br />भाव जा रहा छपने. <br /><br />____________<br />मेरे <br />मनभाव – मन = भाव (मनशून्य)<br /><br />.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-53035226845301925032010-12-31T06:44:25.369+05:302010-12-31T06:44:25.369+05:30वाह अमित, विस्तृत विवरण के लिये बहुत बहुत शुक्रिया...वाह अमित, विस्तृत विवरण के लिये बहुत बहुत शुक्रिया। असमंजस में डाल दिया है यार तुमने! इतने विस्तार से सब बता दिया कि जयपुर जाने की जरूरत भी नहीं रही और जाने की इच्छा भी बढ़ गई:)<br />चारदीवारी से बाहर का भी बेसब्री से इंतज़ार रहेगा।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.com