tag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post1227061390271901682..comments2024-03-23T15:42:05.574+05:30Comments on अमित शर्मा: आज का भौतिक विकास क्या धूप-छाँव की तरह नहीं है ? ---- अमित शर्माAmit Sharmahttp://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-34218341759789724722010-04-27T13:54:44.765+05:302010-04-27T13:54:44.765+05:30@ होनेस्टी प्रोजेक्ट डेमोक्रेसी, ऋतुपर्ण, रोहित ...@ होनेस्टी प्रोजेक्ट डेमोक्रेसी, ऋतुपर्ण, रोहित , अमित, पाण्डेयजी धन्यवाद<br /><br />@ आदरणीय विजय प्रकाश सिंह जी यही मरीचिका तो खाए जा रही है हमेंAmit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-80463557428701797422010-04-27T13:49:39.924+05:302010-04-27T13:49:39.924+05:30@ ठीक कहा कुंवरजी आपने "शायद अपने लिए नहीं,अ...@ ठीक कहा कुंवरजी आपने "शायद अपने लिए नहीं,अपने परिवार और बच्चो को सुविधा देने के चक्कर में हम काफी कुछ भूल जाते है!"<br /><br />@ नागरिक जी बहुसंख्यक तो अभी भी भापडे जी जाण से लगे है, पर अल्लहा की देन कैसे रोक सकतें हैAmit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-13060660381776033972010-04-27T13:02:21.361+05:302010-04-27T13:02:21.361+05:30मरीचिका , यही शीर्षक है मेरे ब्लॉग का । जिसके प्रस...मरीचिका , यही शीर्षक है मेरे ब्लॉग का । जिसके प्रस्तावना मे मैने लिखा :<br /><br />मनुष्य जीवन भर मंजिल की तलाश में भागता है और मंजिल उससे दूर होती जाती है, जैसे जल की तलाश में मृग मरू भूमि में मरीचिका का अनुभव करता है, संत कबीर के शब्दों में : पानी में है मीन पियासी |<br /><br />कहां जायेंगे , कहां पहुंचेगए पता नहीं ।विजय प्रकाश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/17982982306078463731noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-56906678787954447822010-04-27T12:15:00.157+05:302010-04-27T12:15:00.157+05:30बहुत सही बात लिखी है महोदय।
धन्यवाद एवं आभारबहुत सही बात लिखी है महोदय।<br /><br />धन्यवाद एवं आभारSANSKRITJAGAThttps://www.blogger.com/profile/12337323262720898734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-62036758479525219812010-04-27T11:29:19.016+05:302010-04-27T11:29:19.016+05:30शायद अपने लिए नहीं,अपने परिवार और बच्चो को सुविधा ...शायद अपने लिए नहीं,अपने परिवार और बच्चो को सुविधा देने के चक्कर में हम काफी कुछ भूल जाते है!Amit garghttp://www.orkut.co.in/Main#Profile?uid=11307116301637783257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-16411045617738410682010-04-27T11:28:07.888+05:302010-04-27T11:28:07.888+05:30हम इस धरती-बिगाड़, मनख-मार जीवन शैली को विकास समझ ...हम इस धरती-बिगाड़, मनख-मार जीवन शैली को विकास समझ अंधे हुए इसके पीछे भागे जा रहे है.<br />bilkul sahi khaRohithttp://www.orkut.co.in/Main#Profile?uid=5161918313883146363noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-24022666353345503922010-04-27T10:47:41.059+05:302010-04-27T10:47:41.059+05:30Kafi accha ishya uthaya hai aapne. hamen sawdhan h...Kafi accha ishya uthaya hai aapne. hamen sawdhan hona hi padegaRituparnnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-49197843484535478072010-04-26T21:17:09.312+05:302010-04-26T21:17:09.312+05:30अमित भारत जैसे देश में यदि साठ के दशक से ही जनसंख्...अमित भारत जैसे देश में यदि साठ के दशक से ही जनसंख्या पर काबू पाने की कोशिश की जाती तो देश की हालत कुछ और ही होती.. बढ़ती हुई जनसंख्या भी गृहयुद्ध की ओर धकेलने में मददगार हो रही है.. तुम्हारा लेख अच्छा है.. भौतिकता ने चैन लूट लिया है..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-26139190666118814472010-04-26T20:31:48.098+05:302010-04-26T20:31:48.098+05:30अच्छी सामाजिक सोच को पूरी तरह ब्लॉग पर उतारती हुई ...अच्छी सामाजिक सोच को पूरी तरह ब्लॉग पर उतारती हुई इस रचना के लिए धन्यवाद / IPL ने BPL की मुश्किलें और बढ़ा दी है /थरूर जैसे और भी कई मंत्री हैं जिनके इस्तीफे की देश को अविलम्ब जरूरत है / इस देश में कानून और व्यवस्था को सुधारने के लिए ,पूरे देश को एक जुट होकर सत्यमेव जयते की रक्षा के लिए, सर पर कफ़न बांधना होगा /ऐसे ही प्रस्तुती और सोच से ब्लॉग की सार्थकता बढ़ेगी / आशा है आप भविष्य में भी ब्लॉग की सार्थकता को बढाकर,उसे एक सशक्त सामानांतर मिडिया के रूप में स्थापित करने में,अपना बहुमूल्य व सक्रिय योगदान देते रहेंगे / आप देश हित में हमारे ब्लॉग के इस पोस्ट http://honestyprojectrealdemocracy.blogspot.com/2010/04/blog-post_16.html पर पधारकर १०० शब्दों में अपना बहुमूल्य विचार भी जरूर व्यक्त करें / विचार और टिप्पणियां ही ब्लॉग की ताकत है / हमने उम्दा विचारों को सम्मानित करने की व्यवस्था भी कर रखा है / इस हफ्ते उम्दा विचार के लिए अजित गुप्ता जी सम्मानित की गयी हैंhonesty project democracyhttps://www.blogger.com/profile/02935419766380607042noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-60562637194861897072010-04-26T20:29:40.111+05:302010-04-26T20:29:40.111+05:30आने वाले कल को सुरक्षित करने के चक्कर में बीता हुआ...आने वाले कल को सुरक्षित करने के चक्कर में बीता हुआ कल तो हम बर्बाद कर ही चुके है,आज को भी बर्बाद करने पर तुले है!पता नहीं क्यों हम जानते है कि सुख सुविधाओं में नहीं है,संतोष में है;फिर भी सुविधाए जुटाने के चक्कर में घसीटते रहते है खुद को!अरे चक्कर में आराम कहा?चक्कर ही मिलेंगे!<br /><br />शायद अपने लिए नहीं,अपने परिवार और बच्चो को सुविधा देने के चक्कर में हम काफी कुछ भूल जाते है!<br /><br />भाई साहब आप हर बार एक अलग विषय पर शब्द-कटार चलाकर जो मार-काट मचाये हुए हो,वो जबरदस्त है!<br /><br />कुंवर जी,kunwarji'shttps://www.blogger.com/profile/03572872489845150206noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-90352353855379124252010-04-26T19:23:14.197+05:302010-04-26T19:23:14.197+05:30@ यशवंत जी ठीक कह रहे है आप प्रकति आखिर कितना झेले...@ यशवंत जी ठीक कह रहे है आप प्रकति आखिर कितना झेलेगी<br /><br />@ पुष्पेन्द्र जी , चौरसिया जी वाकई में इस प्यास पे कंट्रोल करने का समय आ गया हैAmit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-23315929107880358492010-04-26T18:04:25.817+05:302010-04-26T18:04:25.817+05:30kabhi naa mitne bali pyas hai ye
dhnyvad
http://...kabhi naa mitne bali pyas hai ye<br /><br />dhnyvad<br /><br />http://sanjaykuamr.blogspot.com/संजय कुमार चौरसियाhttps://www.blogger.com/profile/06844178233743353853noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-81672977168731002482010-04-26T17:27:47.337+05:302010-04-26T17:27:47.337+05:30bilkul sahi vichar rakhen hai aapne, par kya karen...bilkul sahi vichar rakhen hai aapne, par kya karen "YEH PYAAS HAI BADI"<br />ya hamesha "YE DIL MANGE MORE"<br />hi chalta hai aajPushpendrahttps://www.blogger.com/profile/01342834833517234022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-68101327667809504972010-04-26T17:24:37.989+05:302010-04-26T17:24:37.989+05:30जीवन शैली में बहुत बदलाव आया हैं और बीमारिया भी बढ़...जीवन शैली में बहुत बदलाव आया हैं और बीमारिया भी बढ़ी हैं कितनी नयी बीमारियाँ आई, सार्स, स्वैने फ्लू,<br />विकास के नाम पर पर्यावरण को दूषित भी किया जा रहा हैं ,ये पृथ्वी हमारी हैं हमें इससे साफ़ रखना होगा अन्यथा एक दिन मानव का नामोनिशान मिटा देगी प्रकृतिYashwant Mehta "Yash"https://www.blogger.com/profile/02457881262571716972noreply@blogger.com